अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अपनी नवीनतम ‘वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट (अप्रैल 2025)’ में भारत को एक बार फिर से विश्व की सबसे तेज़ी से बढ़ती प्रमुख Economy करार दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत की Economy 2025 में 6.2% और 2026 में 6.3% की दर से बढ़ने का अनुमान है। हालांकि जनवरी 2025 के अनुमान की तुलना में यह एक मामूली संशोधन है, लेकिन World’s Recession और पाकिस्तान सहित कई मोर्चों पर व्यापार तनाव के बीच भी भारत की मजबूती उल्लेखनीय है। IMF ने भारत की इस स्थिरता को उसकी मजबूत Economic बुनियाद और सतत विकासशील नीति प्रयासों का परिणाम बताया है।
World’s Economic Landscape और भारत की बढ़त
IMF की रिपोर्ट के मुताबिक, World’s Economy फिलहाल ‘सावधानीपूर्ण स्थिरता’ के चरण में है, जहाँ विकास दर कमज़ोर बनी हुई है। अमेरिका द्वारा ट्रैफिक नीति अपनाए जाने का दुष्प्रभाव स्पष्ट रूप से दुनिया भर में दिख रहा है। वैश्विक विकास दर 2025 में 2.8% और 2026 में 3.0% रहने का अनुमान है। चीन की वृद्धि दर 2025 में 4.0% रह सकती है, जो जनवरी के अनुमान से भी कम है। अमेरिका के लिए विकास दर घटकर 1.8% रहने का अनुमान है। इसके विपरीत भारत का प्रदर्शन वैश्विक औसत से कहीं बेहतर है। इससे इस बात को बल मिलता है कि आने वाले समय में भारत World’s Economy का प्रमुख इंजन साबित होगा।
World’s Economic आउटलुक रिपोर्ट की प्रमुख बातें
रिपोर्ट बताती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में निजी खपत भारत की वृद्धि का मुख्य आधार बनी हुई है। इसके साथ ही वैश्विक व्यापार में अस्थिरता और बढ़ते शुल्क दरों के बावजूद भारत में आर्थिक आत्मविश्वास बरकरार है। रिपोर्ट में यह भी बतया गया है कि सुधारवादी पहलों जैसे बुनियादी ढाँचे में निवेश, नवाचार को बढ़ावा और वित्तीय समावेशन ने भारत की आर्थिक गति को मजबूती दी है।
विश्लेषण और भविष्य दृष्टि
दुनिया जब व्यापार युद्ध, महंगाई और नीति अनिश्चितता से जूझ रही है, भारत का यह प्रदर्शन एक प्रेरणादायक कहानी है। आने वाले वर्षों में यदि भारत संरचनात्मक सुधारों को जारी रखता है और वैश्विक अवसरों का विवेकपूर्ण उपयोग करता है, तो वह न केवल एशिया में, बल्कि पूरी दुनिया में आर्थिक नेतृत्व का केंद्र बन सकता है। IMF का यह अनुमान भारत के ‘विश्वगुरु’ बनने के मार्ग को और सशक्त करता है।’
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