दिल्ली में इन दिनों गर्मी बढ़ने लगी है। उत्तर भारत के तमाम शहर हीटवेव यानि लू के गिरफ्त में आ रहे हैं। ऐसे में बहुत सारे लोग घूमने के लिए पहाड़ों का रुख करते हैं। सबसे ज्यादा भीड़ हरिद्वार और ऋषिकेश में होती है। ऐसे में हम आपको एक ऐसी जगह बता रहे हैं जो ऋषिकेश से ज्यादा दूर नहीं है और ये जगह बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है। इस जगह का नाम है Dhanaulti | ये उत्तराखंड के टिहरी जिले में स्थित एक शांत और सुरम्य हिल स्टेशन है, जो पर्यटकों को अपनी प्राकृतिक सुंदरता और अद्वितीय आकर्षणों से आकर्षित करता है। धनौल्टी ऋषिकेश से 90 किलोमीटर और मसूरी से लगभग 24 किलोमीटर की दूरी पर है। यह जगह उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है जो भीड़-भाड़ से दूर पहाड़ियों में शांति का अनुभव करना चाहते हैं। यहाँ गर्मियों में भी तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आस पास ही रहता है। धनौल्टी की सबसे लोकप्रिय जगहों में से कुछ में ईको पार्क, सुरकंडा देवी मंदिर, और आसपास की प्राकृतिक drishya शामिल हैं।
कब जा सकते हैं Dhanaulti
धनौल्टी यात्रा करने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर के बीच होता है। इन महीनों में यहां का मौसम सुखद और ठंडा होता है। सर्दियों के मौसम में यहां अच्छी बर्फबारी होती है, जो इसे एक लोकप्रिय विंटर डेस्टिनेशन भी बनाता है।
आइए जानते हैं कि Dhanaulti में घूमने लायक क्या है
ईको पार्क (Eco park)
धनौल्टी का ईको पार्क यहां का सबसे प्रमुख आकर्षण है और पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने के लिए प्रसिद्ध है। यह पार्क दो हिस्सों में बंटा है: “अम्बर” और “धरा”। यहां परिदृश्य सुंदरता, ऊंचे देवदार और ओक के पेड़, और साफ-सुथरी हवा पर्यटकों को ताजगी का अहसास कराती है। ईको पार्क में घूमने के लिए कई रास्ते हैं, जहां से पर्यटक हिमालय की चोटियों का विहंगम दृश्य देख सकते हैं। यहां छोटे बच्चों के लिए खेलने का भी एक स्थान है, और बड़ों के लिए ट्रेकिंग और अन्य रोमांचक गतिविधियां उपलब्ध हैं। यहाँ की ट्रेकिंग ज्यादा कठिन नहीं है और सामान्य लोग भी इसका आनंद ले सकते हैं।
इसका प्रवेश शुल्क बच्चों के लिए 25 रुपए एवं बड़ों के लिए 50 रुपए है।
इसका समय सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक है।
सुरकंडा देवी मंदिर (Surkanada Devi Temple)
धनौल्टी के पास स्थित सुरकंडा देवी मंदिर धार्मिक पर्यटन का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यह मंदिर समुद्र तल से लगभग 2,757 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और देवी दुर्गा को समर्पित है। मंदिर तक पहुंचने के लिए करीब 1.5 किलोमीटर की ट्रेकिंग करनी होती है, जो खुद में एक अनुभव होता है। यहां से पूरे टिहरी जिले का खूबसूरत नजारा दिखाई देता है, खासकर मानसून और सर्दियों के मौसम में यहाँ का नजारा बेहद खूबसूरत होता है। यह जगह हर साल ‘गंगा दशहरा’ के अवसर पर भी खास आकर्षण का केंद्र बनती है।
आलू फार्म्स (Aloo Farms)
धनौल्टी का आलू फार्म भी एक रोचक स्थान है। इसमें आलू की खेती होती है। यह उत्तराखंड सरकार द्वारा संचालित है। यहां पर्यटक आलू की खेती और अन्य सब्जियों को करीब से देख सकते हैं। आलू फार्म्स में ट्रैकिंग करते हुए पर्यटक पास की बर्फीली चोटियां दिखाई देती हैं। यह जगह विशेषकर प्रकृति प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन स्थल है।
Camping एवं Adventure एक्टिविटीज
धनौल्टी में कैंपिंग, बोनफायर तथा अन्य रोमांचक गतिविधियों का भी मजा लिया जा सकता है। यहां सर्दियों में बर्फबारी का अद्भुत अनुभव होता है, जिससे कैंपिंग का मजा दोगुना हो जाता है। पर्यटक यहां रॉक क्लाइम्बिंग, जिप लाइनिंग और ट्रेकिंग जैसी रोमांचकारी गतिविधियों का भी हिस्सा बन सकते हैं। गर्मियों में भी यहाँ कई तरह की एडवेंचर गतिविधियां होती हैं
Dhanaulti कैसे पहुंचे?
धनौल्टी पहुंचने के लिए कई साधन उपलब्ध हैं।
धनौल्टी सड़क मार्ग द्वारा उत्तराखंड और अन्य राज्यों के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। दिल्ली, चंडीगढ़, हरिद्वार और ऋषिकेश से यहां के लिए सीधी बस सेवाएं उपलब्ध हैं। दिल्ली से धनौल्टी की दूरी लगभग 325 किलोमीटर है। यहाँ सार्वजनिक बसों की संख्या थोड़ी कम है तथा वे निश्चित समय पर ही आती हैं इसका ध्यान रखें।
धनौल्टी का निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जो देहरादून में स्थित है और लगभग 83 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां से टैक्सी या बस के माध्यम से धनौल्टी पहुंचा जा सकता है।
धनौल्टी के निकटतम रेलवे स्टेशन देहरादून है, जो लगभग 60 किलोमीटर दूर है। देहरादून से धनौल्टी के लिए टैक्सी और बसें आसानी से उपलब्ध हैं।
पहाड़ों में समय बिताने का अनुभव आपको प्रकृति के करीब ले जाता है और शहर की हलचल से दूर मानसिक शांति का अहसास कराता है। तो, अगली बार यदि आप इस बार उत्तराखंड की यात्रा की योजना बना रहे हैं तो धनौल्टी के इन आकर्षणों को अपनी यात्रा सूची में जरूर शामिल कर सकते हैं।
इस ही तरह के और आर्टिकल पढ़े Vichar Darpan |